मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने पिथौरागढ़ में आयोजित ‘दीदी-बैंणा’ नारी शक्ति महोत्सव में सम्मिलित होकर विभागीय एवं स्वयं सहायता समूहों द्वारा लगाए गए विभिन्न स्टालों का अवलोकन किया। मुख्यमंत्री धामी ने इस अवसर पर धारचूला की दारमा, व्यास घाटियों के वाइब्रेंट विलेज से आई महिलाओं के साथ बागेश्वरी चरखे, तकली से ऊन कताई और रांच में पारंपरिक विधि से कालीन निर्माण का अनुभव किया। साथ ही फिरका और बिंडा (मटका) के माध्यम से मट्ठा भी बनाया और सिलबट्टे में पहाड़ का पारंपरिक हरा नून (नमक) भी पीसा।
मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि डबल इंजन सरकार की विभिन्न नीतियों का लाभ उठाते हुए महिलाओं द्वारा आत्मनिर्भर भारत के संकल्प को साकार किया जा रहा है जो अत्यंत सराहनीय है।